एक मुलाकात
लेखक कमलेश पाण्डेय के साथ
आपको बता दूँ
बेटा,
सौदागर, तेजाब, दिल, खलनायक, रंग दे बसंती सरीखी नामचीन फिल्मों की कहानी लिखने वाले
कमलेश पाण्डेय की जज़्बा एक हिन्दी भाषा में बनी भारतीय बॉलीवुड फिल्म है,
जिसका निर्देशन संजय गुप्ता ने किया है। इस फिल्म में
ऐश्वर्या राय बच्चन मुख्य किरदार में हैं। साथ में इरफ़ान खान और शबाना आज़मी भी
इस फिल्म में हैं। इस फिल्म का निर्माण जनवरी 2015 में शुरू हुआ। इस फिल्म को मुंबई के आसपास ही फिल्माया गया
है। यह 2007 में बनी दक्षिण कोरियाई फिल्म सेवेन डे का पुनः निर्माण
है। फ़िल्म जज़्बा ( Release date: October 9, 2015) के लेखन ने दर्शको और समीक्षकों की काफ़ी तारीफ बटोरी. इस
फ़िल्म के dialogue पर खासकर इरफान खान के किरदार योहान के one-liners
पर सीटियों और तालियों से सिनेमा हॉल गूंज उठे.
और इसकी कहानी
इस प्रकार है :-
अनुराधा वर्मा
(ऐश्वर्या राय बच्चन) एक आपराधिक मामलों की वकील और एक अकेली माँ भी है,
जो अब तक कोई भी प्रकरण नहीं हारी। एक दिन उसकी बेटी सनाया
(सारा अर्जुन) का कोई अपहरण कर लेता है और किसी भी प्रकार का कोई पैसा या अन्य को
मांग नहीं करता है। लेकिन वह अनुराधा से एक प्रकरण को लड़ने के लिए कहता है और
अपनी बेटी को वापस पाने के लिए उसे यह करना पड़ता है। वह मियाज़ शेख (चन्दन रॉय
सन्याल) रहता है, जिस पर यह आरोप रहता है कि उसने एक लड़की से बलात्कार कर
उसे मार डाला। अनुराधा अपने एक मित्र जो पुलिस से हटाये गए। योहान (इरफ़ान खान) से
सहायता मांगती है। प्रतिपक्ष का वकील (अतुल कुलकर्णी) यह प्रकरण अनुराधा से हार
जाता है।
इस फ़िल्म के संवाद लेखक है कमलेश पांडेयजी जो एक दिग्गज लेखक है और FWA के महासचिव भी तो आईये उनसे जानते है आज की दौर की फ़िल्मों के संवाद लिखने के सूत्र.
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